विद्युत धारा किसे कहते हैं | Vidyut Dhara Kise Kehte hai

आज आप जानेंगे कि विद्युत धारा क्या है, विद्युत धारा कितने प्रकार की होती है, Vidyut Dhara Kya Hai, Vidyut Dhara Kitne Prkara Ki Hoti Hai

विद्युत धारा किसे कहते हैं? | Vidyut Dhara Kise Kehte hai
Vidyut dhara

विद्युत धारा किसे कहते हैं? इसका मात्रक लिखिए | Vidyut dhara kise hehte hai

विद्युत धारा – किसी तत्व या पदार्थ में होने वाले मुक्त इलेक्ट्रॉन का प्रवाह ‘विद्युत धारा’ कहलाती है। विद्युत धारा को l से दर्शाया जाता है और इसका मात्रक ऐम्पियर (A) हैं। यदि किसी वस्तु से 1 सेकंड में 6.28×10^18 इलेक्ट्रॉनस प्रभावित हो जाए तो विद्युत धारा का यह मान 1 ऐम्पियर कहलाता है।

विद्युत धारा की चाल – विद्युत धारा की चाल प्रकाश की चाल के समान अर्थात 3×10^8 मी°/ सेकंड होती है ।

विद्युत धारा कितने प्रकार की होती है ?

विद्युत धारा दो प्रकार की होती है

(1) दिष्ट धारा (Direct Current)

जिस विद्युत धारा का मान एवं दिशा निश्चित रहती है। उसे दिष्टधारा या डी.सी. कहते हैं। यह सेल, बैटरी, जनरेटर आदि से प्राप्त होती है। इसका उपयोग इलेक्ट्रो प्लेटिंग, बैटरी चार्जिंग आदि में किया जाता है।

(2) प्रत्यावर्ती धारा (Allernating Current)

जिस विद्युत धारा (Vidyut dhara) का मान एक दिशा में निश्चत दर पर बदलते रहते हैं । उसे प्रत्यावर्ती धारा या AC धारा कहते हैं। यह अल्टरनेटर या (AC जनरेटर) से प्राप्त की जाती है। इसका उपयोग औद्योगिक क्षेत्रों में किया जाता है।

विद्युत धारा के प्रवाह कौन-कौन से हैं?

उष्मीय प्रभाव

प्रत्येक चालक अपने में से होने वाली विद्युत धारा के प्रभाव का कम से कम या अधिक विरोध करता है। जिसके फलस्वरूप वह गर्म हो जाता है इसे विद्युत धारा का उष्मीय प्रभाव कहते है। इसका उपयोग विद्युत ,हीटर, विद्युत प्रेस में किया जाता है।

चुंबकीय प्रभाव

जब किसी चालक में विद्युत धारा प्रवाहित की जाती है तो उसके चारों ओर एक प्रकार का चुंबकीय क्षेत्र उत्पन्न हो जाता है। इसे विद्युत धारा का चुंबकीय प्रभाव कहते हैं। इसका उपयोग विद्युत घंटी, विद्युत पंखे आदि में किया जाता है।

रासायनिक प्रभाव

अम्लीय विलयनों में से विद्युत प्रवाहित करने पर विलयन मैं धुले हुए पदार्थ अपने आयनों में विभक्त हो जाते हैं। इसे विद्युत धारा का रासायनिक प्रभाव कहते हैं। इसका उपयोग विद्युत अपघटक, सैल, विद्युत लेपन आदि में किया जाता है।

किरण प्रभाव

जब अधिक वोल्टता और अधिक फ्रिकवेन्सि बाली विद्युत धारा निर्मल नाली में से प्रवाहित की जाती है। तू एक विशेष प्रकार की किरणें (X- किरण) उत्पन्न होती है। यह विद्युत धारा का किरण प्रभाव कहलाता है। इसका उपयोग चिकित्सा क्षेत्र में बड़े पैमाने पर होता है।

गैस आयनीकरण प्रभाव

किसी विसर्जन नलिका मैं से भरी मरकरी , पेपर, गैस, सोडियम पेपर, गैस आदि में से विद्युत धारा प्रवाहित करने पर गैस का आयनीकरण हो जाता है। इसे विद्युत धारा का आयनीकरण प्रभाव कहते हैं। इस प्रभाव का उपयोग उच्च प्रवास तीव्रता वाले बल्बों में किया जाता है।

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Vibhav विभव, विभवांतर, प्रतिरोध, चालकता

विभव किसे कहते हैं?

विभव (Potencial) – इकाई आवेश को अनंतता से किसी बिंदु तक लाने में किया गया कार्य उस बिंदु का विभव कहलाता है।

अथवा

किसी वस्तु का वैद्युतिक स्तर जिससे यह निर्देशित होता है कि विद्युत धारा वस्तु से पृथ्वी की ओर अथवा पृथ्वी से वस्तु की ओर प्रवाहित होगी, उस वस्तु का विभव कहलाता है। ” यह धनात्मक तथा ऋणआत्मक होता है।”

जब विद्युत धारा वस्तु से पृथ्वी की ओर प्रवाहित होती है तो विभव धनात्मक होता है एवं जब वस्तु पृथ्वी से वस्तु की ओर होती है तो विभव ऋण आत्मक होता है।

विभवांतर किसे कहते हैं ? इसका मात्रक लिखिए ?

विभवांतर ( Potencial Dillerecnce) – जब किसी चालक में से विद्युत धारा प्रवाहित की जाती है। तो उसके सिरों के विभवो में कुछ अंतर उत्पन्न हो जाता है। जिसे चालक का “विभवांतर” ( PD) कहते हैं। विभवांतर को V से दर्शाते हैं और इसका मात्रक वोल्ट (Volt) होता है।

किसी इकाई ओमह प्रतिरोध वाले चालक में से इकाई एंपियर की धारा प्रवाहित होने पर चालक के सिरों के मध्य उत्पन्न हुए विभवांतर का मान इकाई वोल्ट होता है।

विद्युत वाहक बल किसे कहते हैं? इसका मात्रक लिखिए?

विद्युत वाहक बल (E.M.F)

किसी चालक पदार्थ में से विद्युत धारा को एक सिरे से दूसरे सिरे तक प्रवाहित करने वाला बल “विद्युत वाहक बल” कहलाता है। यह सेल, बैटरी, जनरेटर आदि से प्राप्त किया जाता है। विद्युत वाहक बल को ‘E’ से दर्शाते हैं और इसका मात्रक वोल्ट (V) हैं।

विद्युत वाहक बल का वह मान जो ओमह प्रतिरोध वाले चालक में से ‘ऐपियर की धारा प्रभावित करा सके एक वोल्ट/इकाई वोल्ट कहलाता है।

प्रतिरोध किसे कहते हैं? इसका मात्रक लिखिए?

यह पदार्थ का वह स्वाभाविक गुण है। जिसके द्वारा ही अपने में से होने वाली विद्युत धारा प्रवाह का विरोध करता है प्रतिरोध कहलाता है। इसका प्रतीक R है प्रतिरोध का मात्रक ओम्ह होता है। ओम्ह का प्रतीक ( ) हैं।

यदि 1 वोल्ट विद्युत वाहक बल से किसी चालक में से 1 एंपियर की धारा प्रभावित होती है तो चालक का प्रतिरोध 1 ओम्ह होता है।

चालकता किसे कहते हैं? इसका मात्रक लिखिये?

चालकता (Conductance) – पदार्थों का वह स्वाभाविक गुण जो अपने में से होने वाले विद्युत धारा के प्रवाह को सुगमता प्रदान करता है चालकता कहलाता है। चालकता को G से प्रदर्शित किया जाता है। इसका मात्रक साइमन (S) है।

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