विभवमापी और वोल्टमीटर में अंतर, विद्युत वाहक बल और विभवांतर में अंतर

हैलो दोस्तों स्वागत है आपका SuchnaHindi.Com में। आज की पोस्ट में आप जानेंगे कि विभवमापी और वोल्टमीटर में क्या अंतर है, विद्युत वाहक बल और विभवांतर में क्या अंतर है, प्राथमिक सेल बाद द्वितीय सेल में क्या अंतर है, इसके बारे में

विभवमापी और वोल्टमीटर में क्या अंतर है, विद्युत वाहक बल और विभवांतर में क्या अंतर है, प्राथमिक सेल बाद द्वितीय सेल में क्या अंतर है,

विभवमापी और वोल्ट मीटर में अंतर। Difference between potentiometer and volt meter.

विभवमापी और वोल्ट मीटर में निम्न अंतर है

क्र. विभवमापीवोल्टमीटर
1 यह शून्य विक्षेप विधि पर आधारित है यह विक्षेप विधि पर आधारित है
2इसकी सुग्राहिता कम होती है। इसकी सुग्रहिता अधिक होती है।
3इसका आकार छोटा होता है। इसका आकार बड़ा होता है।
4 इसका प्रतिरोध उच्च होता है किंतु नियत होता हैइसका प्रतिरोध अनंत होता है।
5. जब परिपथ में संतुलन की स्थिति में होता है। तो उस समय विभवमापी के द्वारा स्त्रोत से कोई धारा नहीं ली जाती है। वोल्ट मीटर में स्त्रोत से सदैव निश्चित धारा प्रवाहित होती रहती है।
विभवमापी और वोल्टमीटर में अंतर

विद्युत वाहक बल और विभवांतर में अंतर। difference between electromotive force and potential difference

विद्युत वाहक बल और विभवांतर में निम्न अंतर है

क्र
विद्युत वाहक बलविभांतर
1परिपथ भंग हो जाने पर भी इसका अस्तित्व रहता है। परिपथ भंग हो जाने पर भी इसका अस्तित्व नहीं रहता है।
2 इसका मान विभांतर से बड़ा होता हैयह शादी विद्युत वाहक बल छोटा होता है।
3इसके कारण किसी परिपथ में धारा प्रवाहित होती हैकिसी परिपथ में धारा प्रभावित होने का कारण विभांतर उत्पन्न होता है।
4यह खुले परिपथ में सेल के दोनों इलेक्ट्रॉनों के माध्य का अधिकतम विभांतर होता है। किसी विद्युत परिपथ दो बिंदुओं के विभव के अंतर को विभांतर कहते हैं।
विद्युत वाहक बल और विभवांतर में अंतर

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प्राथमिक सेल व द्वितीयक सेल में अंतर। Difference between primary cell and second cell.

प्राथमिक सेल व द्वितीय सेल में निम्न अंतर है

क्र. प्राथमिक सेलद्वितीयक सेल
1इनमें रासायनिक अभिक्रिया अनुत्क्रमणीय होती हैंइनमें रासायनिक अभिक्रिया उत्क्रमणीय होती हैं।
2इन सेलो को पुनः आवेशित नहीं किया जा सकता हैं। इन सेलों को पुनः आवेशित किया जा सकता है
3प्राथमिक सेल से अधिक प्रबल धारा प्राप्त नहीं की जा सकती हैं। द्वितीयक सेलो से अधिक प्रबल धारा प्राप्त की जा सकती है।
4प्राथमिक सेल हल्के एवं छोटे होते हैं। द्वितीयक सेल भारी और आकार में बड़े होते हैं।
5 यह सेल सस्ते होते हैंयह सेल महंगे होते हैं।
6 प्राथमिक सेल का आंतरिक प्रतिरोध अधिक होता हैद्वितीयक सेल का आंतरिक प्रतिरोध कम होता है।
प्राथमिक और द्वितीयक सेल में अंतर

निष्कर्ष

मुझे उम्मीद है कि मेरे द्वारा शेर की गई जानकारी विभवमापी और वोल्टमीटर में क्या अंतर है, विद्युत वाहक बल और विभवांतर में क्या अंतर है, प्राथमिक सेल बाद द्वितीय सेल में क्या अंतर है, आपको पसंद आई होगी इस जानकारी से आपको कुछ सीखने को मिला हो या यह जानकारी आपको कैसी लगी हमें नीचे कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं और इस जानकारी को आगे जरुर शेयर करें.

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