CBSE Board Exam New Rules 2025: अब साल में दो बार होगी बोर्ड परीक्षा जानिए 10वीं और 12वीं के लिए क्या-क्या बदला है?

CBSE Board Exam New Rules 2025 को लेकर छात्र और माता-पिता दोनों के बीच काफी हलचल है। CBSE ने हाल ही में जो नए नियम घोषित किए हैं, वो 2026 से लागू होंगे और इनमें से कुछ बदलाव 2025 से ही शुरू हो जाएंगे। सबसे बड़ा बदलाव यह है कि अब 10वीं कक्षा की परीक्षा साल में दो बार आयोजित की जाएगी, जिससे छात्रों को ज्यादा मौके और कम तनाव मिलेगा। ये सभी बदलाव नई शिक्षा नीति (NEP 2020) के अनुसार हैं और इसका मकसद पढ़ाई को और ज्यादा समझ आधारित बनाना है, ना कि सिर्फ रटने पर आधारित।

CBSE Board Exam New Rules 2025 – क्या-क्या बदलाव हो रहे है?

CBSE Board Exam New Rules 2025 के तहत कई अहम बदलावों की शुरुआत हो रही है। सबसे बड़ा बदलाव यह है कि अब कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा साल में दो बार कराई जाएगी। यह नियम 10वीं के लिए 2026 से लागू होगा, जबकि 2025 में इसकी तैयारी की जाएगी। पहली परीक्षा फरवरी में और दूसरी परीक्षा मई में होगी। पहली परीक्षा अनिवार्य होगी, जबकि दूसरी वैकल्पिक होगी, ताकि छात्र अपने अंकों को बेहतर कर सकें। इसके अलावा बोर्ड ने प्रश्न पत्र पैटर्न, उत्तर पुस्तिका, इंटरनल असेसमेंट और पासिंग क्राइटेरिया में भी सुधार किए हैं, ताकि पढ़ाई को ज्यादा समझ आधारित और तनाव मुक्त बनाया जा सके।

परीक्षा पैटर्न और उत्तर पुस्तिका में क्या बदलाव हुआ है?

CBSE Board Exam New Rules 2025 के तहत प्रश्न पत्रों की शैली में बड़ा बदलाव किया गया है। अब पेपर में ऐसे सवालों की संख्या बढ़ाई जाएगी जो छात्रों की विश्लेषणात्मक (Analytical) और आलोचनात्मक सोच (Critical Thinking) को परखें। यानी रट्टा मारने वाले सवालों की जगह अब समझ और तर्क पर आधारित सवाल आएंगे। इसके अलावा, उत्तर पुस्तिकाओं में भी पारदर्शिता के लिए नियम जोड़े गए हैं – जैसे अब छात्रों को हर सवाल का नंबर हाशिए (margin) में साफ-साफ लिखना होगा, जिससे कॉपी जांचना आसान हो जाए। यह बदलाव परीक्षाओं की निष्पक्षता और स्पष्टता को बढ़ावा देने के लिए किया गया है।

Internal Assessment और Attendance से जुड़े नए नियम

CBSE Board Exam New Rules 2025 के मुताबिक अब स्कूलों में Internal Assessment का रोल और भी ज़्यादा अहम हो गया है। अब छात्रों की केवल साल में एक बार आंतरिक मूल्यांकन (internal assessment) किया जाएगा, जिसमें उनके व्यवहार, प्रोजेक्ट वर्क, क्लास एक्टिविटी और समझदारी को परखा जाएगा। इसका मकसद यह है कि छात्र केवल रट्टा न लगाएं बल्कि विषय को सही तरीके से समझें। इसके साथ ही 75% उपस्थिति अनिवार्य कर दी गई है। यानी अगर किसी छात्र की उपस्थिति इससे कम हुई, तो वह परीक्षा में बैठने के योग्य नहीं माना जाएगा, चाहे उसके कितने भी अच्छे नंबर हों।

Improvement का मिलेगा दूसरा मौका – छात्रों के लिए राहत की खबर

CBSE Board Exam New Rules 2025 के तहत अब छात्रों को एक नहीं बल्कि दो बार बोर्ड एग्जाम देने का विकल्प मिलेगा, जो 2026 से लागू होगा। पहली परीक्षा फरवरी में होगी, जो अनिवार्य होगी। दूसरी परीक्षा मई में होगी, जो पूरी तरह से वैकल्पिक होगी — इसमें छात्र केवल उन्हीं तीन विषयों के लिए बैठ सकते हैं जिनमें वे अपने अंक सुधारना चाहते हैं। ये बदलाव छात्रों के तनाव को कम करने और उन्हें बेहतर प्रदर्शन का दूसरा मौका देने के लिए किए गए हैं। बोर्ड का यह कदम नई शिक्षा नीति (NEP 2020) के अनुरूप है और इससे छात्रों को ज्यादा आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ने में मदद मिलेगी।

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